स्पेशल ये है की अगर प्रोजेक्ट successful हो जाता है तो हम सब पार्टनर्स फॉरेन मैं एक कंपनी के ऑफिसर्स होंगे। और मकसद सिर्फ इतना नहीं की कुछ नया हो जाये बल्कि सबसे आगे कैसे निकला जाए ।
अभी इंडिया मैं क्रिप्टोकोर्रेंसी कब तक है मालूम नहीं मगर दुनिआ मैं ये हमेशा रहेगी ये होने की सम्भावना ज्यादा है । और नए एक्सचैंजेस भी आने वाले टाइम के लिए जरुरत ही है ।